यूपी की राजधानी लखनऊ में नगर निगम दफ्तर की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई। गुरुवार को मेयर सुषमा खर्कवाल ने निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण किया, जहां ज्यादातर अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी टाइम पर नदारद मिले। गुस्से में मेयर ने दफ्तर के सभी गेट्स पर ताले लगवा दिए और अटेंडेंस रजिस्टर अपने कब्जे में ले लिया।
निरीक्षण के दौरान जन्म प्रमाण पत्र विभाग, नगर स्वास्थ्य विभाग और पशु कल्याण विभाग तक लगभग खाली मिले। जन्म प्रमाण पत्र विभाग में सिर्फ तीन कर्मचारी मौजूद थे। वहीं, स्वास्थ्य अधिकारी से मेयर ने देर से पहुंचने का सबूत मांगा। खाली कुर्सियों पर बैठने वालों के नाम लिखवाए गए। जांच में यह भी सामने आया कि निगम कार्यालय के पीछे कर्मचारियों के घरों में कटिया डालकर बिजली चोरी की जा रही थी।
मेयर ने नगर आयुक्त से कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि जनता परेशान हो रही है जबकि अधिकारी दफ्तर में मौजूद नहीं रहते। चारों अपर नगर आयुक्त समेत कई बड़े अफसर अनुपस्थित मिले। मेयर ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर सभी अनुपस्थित अधिकारियों की लोकेशन और मीटिंग डिटेल्स मांगी हैं।सुषमा खर्कवाल ने चेतावनी दी कि दो दिन के भीतर स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर शासन और मुख्यमंत्री को रिपोर्ट भेजी जाएगी और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि “मुख्यमंत्री लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन अफसर अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम हैं।