तेलंगाना। महाराष्ट्र और केरल सहित दक्षिण भारत के कई राज्यों में बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। भारी बारिश के कारण कई बांधों के गेट खोलने पड़े, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया और बाढ़ जैसे हालात बन गए। वहीं, उत्तर भारत से मानसून की वापसी शुरू हो चुकी है। दिल्ली समेत आसपास के राज्यों में गर्मी से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि अक्टूबर के तीसरे सप्ताह से तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी।
तेलंगाना की स्थिति गंभीर
तेलंगाना में उस्मान सागर और हिमायत सागर जलाशयों से 10,439 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद मूसी नदी उफान पर है। चादरघाट, मूसानगर, रसूलपुरा, कमल नगर और विनायक वीधी जैसे निचले इलाकों में घर डूब गए। लोग अपना सामान लेकर ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के अस्थायी आश्रयों में शरण लेने को मजबूर हो गए।मूसानगर में करीब 200 घर बाढ़ से प्रभावित हुए। कई परिवार सड़क पर अपना सामान लिए निकल आए और अपने नुकसान पर आंसू बहाते नजर आए। विनायक वीधी और रसूलपुरा से 600 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। चादरघाट और मूसारामबाग पुल के आसपास पानी भरने से यातायात भी रोकना पड़ा।
एमजीबीएस बस स्टैंड में पानी घुसा
मूसीनदी के पानी से एमजीबीएस बस स्टैंड भी जलमग्न हो गया। यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। ट्रैफिक पुलिस और जीएचएमसी कर्मियों ने रातभर राहत कार्य चलाकर फंसे लोगों की मदद की। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सतर्क रहने और राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और केरल में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। महाराष्ट्र और ओडिशा में रेड अलर्ट जारी किया गया है। ओडिशा के कालाहांडी, कोरापुट और मलकानगिरी जिलों में 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश की संभावना है। इसके अलावा 14 जिलों में 12–20 सेंटीमीटर तक और 13 जिलों में 7–11 सेंटीमीटर बारिश की चेतावनी दी गई है।