उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार, 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद सांप्रदायिक झड़पें हुईं, जिनमें तोड़फोड़ और पत्थरबाजी की घटनाएँ भी दर्ज की गईं। बरेली में भड़की इन घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति को संजीदा माना और देर रात एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर प्रशासन को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
सीएम ने कहा कि दशहरा बुराई और आतंक के दमन का प्रतीक है और यही उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई का सटीक समय है। उन्होंने पर्व-त्योहार के दौरान अशांति फैलाने के कुत्सित प्रयासों को बर्दाश्त न करने की बात दोहराई और स्पष्ट कहा कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को सरकार सख्ती से दबाएगी।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कानपुर, वाराणसी, मुरादाबाद और अन्य प्रभावित जिलों में हुई घटनाओं पर तत्काल FIR दर्ज करने के आदेश दिए। साथ ही उपद्रवियों की पहचान के लिए उनकी संपत्ति की जांच, वीडियो फुटेज और सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए। योगी ने कहा कि किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा और ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि वे भविष्य में फिर अराजकता फैलाने की हिमाकत न कर सकें।सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक प्रशासन को सभी घटनास्थलों पर कड़ी नजर रखकर शांति कायम करने और दोषियों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिया गया है। सरकारी अनुलग्न दस्तावेजों और जांच के आधार पर आवश्यक कार्रवाई आगे की जाएगी।