यौन शोषण और धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों में घिरे स्वयंभू धर्मगुरु चैतन्यानंद सरस्वती की तलाश देशभर में तेज हो गई है। दिल्ली पुलिस ने उनके विदेश भागने की आशंका को देखते हुए लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है। दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और बिहार में लगातार छापेमारी की जा रही है, लेकिन अब तक वह गिरफ्त से बाहर है। इसी बीच दिल्ली की एक अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज कर दी है।
अपराधों की परतें खुलती जा रहीं
चैतन्यानंद के खिलाफ छात्राओं के कई सनसनीखेज आरोप सामने आए हैं। पीड़िताओं ने बताया कि आश्रम और संस्थान में पढ़ाई के बहाने उन्हें मानसिक, शारीरिक और यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया जाता था।
2016 की शिकायत: एक छात्रा ने आरोप लगाया कि संस्थान ज्वॉइन करने के तुरंत बाद बाबा ने उसे अश्लील मैसेज भेजने शुरू कर दिए। वह ऑफिस बुलाकर गलत तरीके से छूने की कोशिश करता और “बेबी” व “स्वीट गर्ल” कहकर संबोधित करता था। छात्रा ने बताया कि बाबा ने उसका मोबाइल फोन छीन लिया और हॉस्टल में अकेले रहने को मजबूर किया। कई बार देर रात फोन कर डिनर और होटल ले जाने की बातें करता। जब छात्रा विरोध करती, तो स्टाफ दबाव बनाता। आखिरकार वह हॉस्टल छोड़कर भाग गई।
2024 का मामला: एक अन्य छात्रा ने शिकायत में कहा कि चोट लगने पर जब उसने एक्स-रे रिपोर्ट व्हाट्सऐप पर भेजी, तो बाबा गंदे संदेश भेजने लगे “बेबी, मैं तुमसे प्यार करता हूं… आज तुम बहुत सुंदर लग रही हो।” विरोध करने पर उसे पुलिस कार्रवाई की धमकी दी गई। डीन और एसोसिएट डीन भी बाबा का साथ देते और छात्राओं को मैसेज का जवाब देने के लिए मजबूर करते। चेतावनी दी जाती कि जो छात्राएं मना करेंगी उनकी अटेंडेंस और परीक्षा के नंबर काटे जाएंगे।
2025 की घटनाएँ: एक पीड़िता ने बताया कि मार्च 2025 में बाबा उन्हें बीएमडब्ल्यू कार में घुमाने ले गया और देर रात तक अश्लील संदेश भेजता रहा। जब उसने शिकायत की, तो उल्टा उसे माफी मांगने और ईमेल लिखने के लिए मजबूर किया गया। साफ धमकी दी गई कि अगर बाबा की बात नहीं मानी तो उसे फेल कर दिया जाएगा और डिग्री रोक दी जाएगी।
होली में दुर्व्यवहार: एक अन्य छात्रा ने खुलासा किया कि बाबा ने समारोह के दौरान जबरन रंग लगाया और बार-बार गलत तरीके से छुआ। विरोध करने का मौका ही नहीं मिलता था क्योंकि स्टाफ और अन्य छात्राओं पर भी दबाव बनाया जाता।
ऋषिकेश ट्रिप: जून 2025 में छात्राओं को जबरन ऋषिकेश ले जाया गया। वहां बाबा देर रात अपने कमरे में बुलाता और अजीब निगाहों से घूरता। जब लड़कियों ने अपने माता-पिता से संपर्क करने की कोशिश की, तो उनके फोन तक ब्लॉक कर दिए गए।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, बाबा के खिलाफ यौन शोषण, यौन उत्पीड़न, धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। पीड़िताओं के बयान और FIR की कॉपियों से साफ है कि यह एक सुनियोजित अपराध था, जिसमें संस्थान का पूरा स्टाफ भी शामिल था।फिलहाल बाबा फरार है, लेकिन पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर कानून के कठघरे में खड़ा किया जाएगा।