प्रयागराज। प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद माफिया अतीक अहमद का छोटा बेटा अली अहमद अब झांसी जिला जेल भेजा जाएगा। शासन ने इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं और जेल प्रशासन को पत्र भी पहुंच चुका है। माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिनों में अली को शिफ्ट किया जाएगा। हालाँकि, आधिकारिक कारण सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि नैनी जेल में उसकी गतिविधियों और उस पर रखी जा रही कड़ी निगरानी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
अली अहमद पर अपने रिश्तेदार और प्रॉपर्टी डीलर जीशान उर्फ जानू से 5 करोड़ रुपये रंगदारी माँगने का आरोप है। फरार रहने के बाद उसने कोर्ट में सरेंडर किया था और तभी से नैनी जेल में बंद है। इतना ही नहीं, 24 फरवरी 2023 को हुए उमेश पाल हत्याकांड में भी अली अहमद की संलिप्तता बताई जाती है। आरोप है कि उसने जेल से ही अपने छोटे भाई असद और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी।
अतीक परिवार की स्थिति
बड़ा बेटा मोहम्मद उमर लखनऊ जेल में बंद है।
छोटा बेटा असद पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है।
अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ अप्रैल 2023 में प्रयागराज में मारे गए थे।
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और उनकी बहन अब भी फरार हैं और उन पर इनाम घोषित है।
नैनी जेल में विवाद
जेल में रहते हुए अली कई बार सुर्खियों में रहा। जून 2025 में उसकी बैरक से नकदी बरामद हुई थी, जिसके बाद एक डिप्टी जेलर और हेड वार्डर को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद अली को हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, कई संदिग्ध लोग उससे जेल में मिलने आते थे। अली ने बैरक में एलईडी टीवी लगाने की मांग भी की थी, जिसे प्रशासन ने नियमों का हवाला देकर खारिज कर दिया। वहीं, उमेश पाल केस के बाद से अली लगातार अपनी जान को खतरा बताता रहा है। दिसंबर 2023 में उसने सुरक्षा की मांग करते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था, लेकिन अदालत ने उसकी याचिका को ठोस आधार न होने की वजह से खारिज कर दिया। अब शासन के आदेश के बाद अली अहमद को नैनी से झांसी जेल शिफ्ट किया जाएगा।