वाराणसी | प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक और बनारस घराने के दिग्गज कलाकार पंडित छन्नूलाल मिश्रा का गुरुवार तड़के 4:15 बजे निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे। उनकी बेटी नम्रता मिश्रा ने बताया कि उन्होंने अपने मीर्जापुर स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार बनारस में किया जाएगा।
स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे
करीब तीन सप्ताह पहले पंडित मिश्रा को माइनर कार्डियक अटैक आया था। उन्हें तुरंत बीएचयू के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया, जहां जांच में चेस्ट इंफेक्शन और खून की कमी की पुष्टि हुई। तीन हफ्तों तक चले इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। इसके बाद परिवार उन्हें मीर्जापुर ले आया और रामकृष्ण सेवा मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार सुबह उन्होंने वहीं अंतिम सांस ली।
कौन थे पंडित छन्नूलाल मिश्रा?
जन्म: आजमगढ़ में हुआ, लेकिन उन्होंने बनारस को अपनी कर्मभूमि बनाया।वह बनारस घराने के प्रमुख प्रतिनिधि थे और भारतीय शास्त्रीय संगीत को ठुमरी, दादरा, चैती और भजन गायन के माध्यम से नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।उन्हें 2010 में पद्मभूषण, उत्तर प्रदेश सरकार से यश भारती सम्मान, और बाद में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया।2014 लोकसभा चुनाव में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से चुनाव लड़ा, तब पंडित मिश्रा उनके प्रस्तावक बने थे।
संगीत जगत में शोक
अपनी सुरीली आवाज़ और अद्वितीय शैली से उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को आम जनमानस तक पहुंचाया। उनके निधन से संगीत जगत में गहरा शोक व्याप्त है।संगीत प्रेमियों और उनके शिष्यों के लिए यह क्षति *अपूरणीय* मानी जा रही है।