भारतीय थलसेना प्रमुख, जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है और कहा है कि अब भारत संयम नहीं बरतेगा। उन्होंने कहा, तय कर लो दुनिया के नक्शे में रहना है या नहीं। जनरल द्विवेदी ने सैनिकों से पूरी तैयारी बनाए रखने के निर्देश भी दिए और जोड़ते हुए कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 4–5 लड़ाकू विमान मार गिराए, जिनमें JF-16 और चीन-निर्मित JF-17 शामिल हैं।
एयर चीफ मार्शल सिंह ने एएमसीए (AMCA) विमान के बारे में भी टिप्पणी की। उनका कहना था कि उनकी समझ के अनुसार AMCA की पहली उड़ान इसी दशक में, 2028 में होने की योजना है और 2035 तक इसे भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया जाना चाहिए। उन्होंने भरोसा जताया कि यदि इच्छाशक्ति हो तो यह समय-सीमा पूरी की जा सकती है। तकनीकी आवश्यकताओं के संबंध में उन्होंने कहा कि AMCA के लिए आवश्यक तकनीक और आवश्यकताएँ स्पष्ट हैं और उपलब्ध कराई जा सकती हैं।
साथ ही SU-57 के विकल्पों पर बोलते हुए एयर चीफ ने कहा कि किसी भी हथियार प्रणाली को शामिल करने की एक निर्धारित प्रक्रिया है। रक्षा मंत्रालय और भारतीय वायुसेना की प्रक्रियाओं के अनुसार ही निर्णय लिया जाएगा और जो भी प्रणाली चुनी जाएगी वह आवश्यकताओं के अनुरूप होनी चाहिए।