छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शुक्रवार को रायपुर जिले के आरंग तहसील स्थित भंडारपुरी धाम में आयोजित गुरु दर्शन एवं संत समागम मेला में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 162 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 16 विकास कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में नई सड़कों का निर्माण, चौड़ीकरण और मजबूतीकरण के कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने मेले के दौरान मेला स्थल पर डोम निर्माण, तेलासी-भंडारपुरी मार्ग पर स्ट्रीट लाइट लगाने, और कुटेसर प्राथमिक विद्यालय को माध्यमिक विद्यालय में उन्नयन करने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि यदि समाज से पाँच युवा पायलट बनने की इच्छा व्यक्त करते हैं, तो उनका पूरा प्रशिक्षण खर्च राज्य सरकार वहन करेगी और उन्हें प्रशिक्षित पायलट बनाया जाएगा।
साय ने सबसे पहले गुरु गद्दी का दर्शन कर प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए आशीर्वाद लिया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बाबा गुरु घासीदास के आदर्श मानवता और समानता की मिसाल हैं और उन्हीं के मार्गदर्शन में विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण संभव है। उन्होंने कहा कि गुरु बाबा ने समाज को एकजुट होने का संदेश दिया, जिसका परिणाम है कि आज सतनामी समाज प्रगति और सौहार्द की दिशा में अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने भावनात्मक स्वर में कहा, “मेरा सौभाग्य है कि पिछले वर्ष भी मुख्यमंत्री के रूप में मुझे इस पवित्र मेले में आने का अवसर मिला था। लेकिन इस वर्ष खास बात यह है कि आपके समाज के गुरु खुशवंत साहेब, जो तब विधायक थे, अब मंत्री बन गए हैं। उन्हें अनुसूचित जाति-जनजाति विकास और **युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने की जिम्मेदारी मिली है, जिससे समाज का गौरव और बढ़ा है।
साय ने कहा कि प्रदेश का हर क्षेत्र तेजी से विकास की राह पर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता से जो वादे किए थे, उन्हें हम ‘मोदी की गारंटी’ के तहत पूरा कर रहे हैं। अब तक 9,000 से अधिक सरकारी भर्तियाँ पूरी की जा चुकी हैं, और हाल ही में शिक्षा विभाग में 5,000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि शासन की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया गया है, जिससे छत्तीसगढ़ ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है “भ्रष्टाचार करने वाला चाहे कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।