कटक : दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर तनाव के बीच रविवार को दरगाह बाजार इलाके में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और पुलिस ने हालात को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया। इसमें कई लोग घायल हुए। जानकारी के अनुसार कटक के डिप्टी कमिश्नर और दरगाह बाजार थाना प्रभारी समेत आठ से अधिक पुलिसकर्मी और कुछ पत्रकार भी घायल हुए।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया है। पुलिस कमिश्नर एस. देव दत्ता सिंह के निर्देशन में तीन विशेष टीमों का गठन किया गया है, जो प्रदर्शनकारियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करेंगी। कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हिंसा में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए।
ओडिशा सरकार ने कटक के कुछ हिस्सों में इंटरनेट और सोशल मीडिया सेवाओं पर 24 घंटे के लिए रोक लगा दी है। आदेश के अनुसार यह प्रतिबंध 5 अक्टूबर शाम 7 बजे से 6 अक्टूबर शाम 7 बजे तक लागू रहेगा और इसमें मोबाइल डेटा व ब्रॉडबैंड सेवाएं शामिल हैं।इसके साथ ही कटक में 13 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू की गई है। यह आदेश रविवार रात 10 बजे से 36 घंटे तक प्रभावी रहेगा। निषेधाज्ञा दरगाह बाजार, मंगलाबाग, छावनी, पुरीघाट, लालबाग, बिदानासी, मरकट नगर, सीडीए फेज-2, मालगोदाम, बादामबाड़ी, जगतपुर, बयालीस मौजा और सदर थाना क्षेत्रों में लागू रहेगी।
पुलिस ने बताया कि बाइक रैली की अनुमति न मिलने पर झड़प शुरू हुई थी। पथराव में आठ पुलिसकर्मी घायल हुए। बाद में पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया। अफवाहें फैलाई जा रही थीं कि चार घायल लोगों में से एक की मौत हो गई, जबकि वास्तव में सभी को मामूली चोटें आईं।ओडिशा के पुलिस महानिदेशक ने कहा कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और हिंसा में शामिल सभी असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नागरिकों से अफवाहों पर भरोसा न करने और केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लेने की अपील की गई है।
विहिप ने प्रशासनिक विफलता का आरोप लगाते हुए डीसीपी और जिला कलेक्टर के तत्काल ट्रांसफर की मांग की और सोमवार को बंद का आह्वान किया। वहीं बीजू जनता दल ने “असामाजिक तत्वों” को दोषी ठहराया।सीएम मोहन चरण माझी ने शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि शहर में कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने लोगों से अनुरोध किया कि वे किसी भी भड़काऊ संदेश या अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखने में सहयोग करें।