भारत के युवा पहलवान सुजीत कलकल ने अंडर-23 रेसलिंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। सुजीत ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किलोग्राम श्रेणी में उज्बेकिस्तान के उमिदजोन जलोलोव को 10-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया।
27 अक्टूबर को खेले गए फाइनल मुकाबले में सुजीत ने शुरुआत से ही दबदबा बनाए रखा। मात्र चार मिनट 54 सेकंड में तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर उन्हें विजेता घोषित किया गया। पूरे मुकाबले के दौरान उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को एक भी अंक नहीं लेने दिया।
यह पहला मौका है जब सुजीत ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप का खिताब जीता है। इससे पहले वे दो बार अंडर-23 एशियाई चैम्पियन (2022 और 2025) रह चुके हैं और 2022 में अंडर-20 एशियाई गोल्ड मेडल भी अपने नाम कर चुके हैं। पिछले साल इसी प्रतियोगिता में उन्होंने कांस्य पदक जीता था, लेकिन इस बार उन्होंने उस प्रदर्शन को बेहतर बनाते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया।टूर्नामेंट में सुजीत का सफर बेहद प्रभावशाली रहा। शुरुआती मुकाबलों में उन्होंने मोल्डोवा के फिओडर चेवडारी को 12-2 और पोलैंड के डोमिनिक याकुब को 11-0 से मात दी। क्वार्टरफाइनल में रूस के बशीर मग्मेदोव के खिलाफ शुरुआती बढ़त गंवाने के बाद उन्होंने शानदार वापसी की और 4-2 से जीत दर्ज की।
सेमीफाइनल में उनका मुकाबला जापान के यूटो निशिउची से हुआ, जहां सुजीत ने आखिरी क्षणों में दो अंकों का शानदार थ्रो लगाकर 3-2 से जीत हासिल की।इस जीत के साथ सुजीत कलकल ने भारतीय कुश्ती के इतिहास में एक और स्वर्णिम पन्ना जोड़ दिया है। उनका यह प्रदर्शन आने वाले वर्षों में भारतीय कुश्ती के भविष्य के लिए नई उम्मीदें जगाता है।