बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री चेहरे को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे पर महागठबंधन पर करारा तंज कसा है। पूर्वी चंपारण की ढाका विधानसभा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, “जब मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बन सकता है, तो मोहम्मद का बेटा क्यों नहीं बन सकता?” उन्होंने AIMIM के हिंदू उम्मीदवार राणा रणजीत के समर्थन में जनसभा की।
महागठबंधन ने हाल ही में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री और मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया है। इसी फैसले पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि बिहार में मल्लाह समाज की आबादी महज 3 प्रतिशत है, जबकि मुस्लिम समुदाय की हिस्सेदारी 17 प्रतिशत है। फिर भी उन्हें सत्ता में बराबर प्रतिनिधित्व नहीं दिया जा रहा। तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए ओवैसी बोले, “14 फीसदी यादवों को 36 फीसदी टिकट दे दिया गया, लेकिन 17 फीसदी मुसलमानों को सिर्फ लॉलीपॉप दिया गया। कहते हैं दरी बिछाओ, दरी बिछाओ।”
उन्होंने कहा कि AIMIM किसी की गुलामी नहीं करेगी — “हम बराबरी का हक चाहते हैं, हिस्सा चाहते हैं। 15 साल लालू परिवार ने और 20 साल नीतीश कुमार ने शासन किया। अब हमें बताओ, हमारा रोल क्या है?” नीतीश सरकार को घेरते हुए ओवैसी ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बिहार की 28% आबादी रोज़गार के लिए पलायन करती है। “यही तुम्हारा विकास है? 35 साल में दो सरकारों ने सिर्फ जंगलराज ही दिया है। अब बिहार को असली बदलाव की जरूरत है।”