नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में UPSC उम्मीदवार राम केश मीणा की हत्या के मामले में जांच के दौरान कई नए राज सामने आ रहे हैं। पुलिस को मृतक के लैपटॉप और हार्ड डिस्क से 15 से अधिक महिलाओं के निजी वीडियो और तस्वीरें मिली हैं। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) रविंद्र यादव ने बताया कि जांच के दौरान मिले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इन वीडियो का संग्रह पाया गया है। हालांकि, अब तक किसी भी महिला ने अपने वीडियो या फोटो के लीक होने की शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, राम केश मीणा को निजी कंटेंट इकट्ठा करने की आदत थी, जो उसकी हत्या का मुख्य कारण बनी। जांच में पता चला है कि आरोपी अमृता चौहान और उसके पूर्व प्रेमी सुमित कश्यप ने यह साजिश इसलिए रची, क्योंकि उन्हें डर था कि मीणा इन वीडियो को सार्वजनिक कर सकता है।
गौरतलब है कि 6 अक्टूबर को गांधी विहार इलाके की एक इमारत में आग लगने के बाद राम केश मीणा का शव बरामद हुआ था। शुरुआत में इसे हादसा माना गया, लेकिन बाद में जांच में खुलासा हुआ कि पहले उसका गला घोंटा गया और फिर आग लगाकर हत्या को दुर्घटना जैसा दिखाने की कोशिश की गई।
आरोपी अमृता ने पूछताछ में बताया कि मीणा ने उसके कई निजी वीडियो रिकॉर्ड कर रखे थे और डिलीट करने से इनकार कर रहा था। इसी बात से डरकर उसने अपने पूर्व प्रेमी सुमित और एक अन्य व्यक्ति संदीप कुमार के साथ हत्या की योजना बनाई। सुमित गैस सिलिंडर सप्लाई का काम करता था जबकि अमृता फॉरेंसिक साइंस की छात्रा थी। दोनों ने सोचा कि आग लगाने से सारे सबूत नष्ट हो जाएंगे। यह मामला इस बात की गंभीर चेतावनी देता है कि डिजिटल प्राइवेट डेटा और निजी वीडियो किस तरह व्यक्तिगत रिश्तों को तोड़ने के साथ-साथ अपराध की वजह बन सकते हैं।