फिल्म और टीवी की दुनिया में अपने यादगार किरदारों से दर्शकों के दिलों में जगह बनाने वाले अभिनेता सतीश शाह का 25 अक्टूबर को 74 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन के बाद अब फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उन्हें मरणोपरांत पद्मश्री सम्मान देने की मांग की है।
FWICE ने अपने पत्र में लिखा है कि चार दशकों तक लोगों को हंसी और खुशी देने वाले सतीश शाह के लिए पद्मश्री सम्मान एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। पत्र में कहा गया है, “सतीश शाह एक दुर्लभ और बहुमुखी कलाकार थे, जिनका काम देशभर के लोगों के चेहरों पर मुस्कान लेकर आया। ‘ये जो है जिंदगी’, ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’, ‘जाने भी दो यारो’ और ‘मैं हूं ना’ जैसी कई फिल्मों और टीवी शोज़ में उनके प्रदर्शन ने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई। फेडरेशन ने आगे लिखा कि यह सम्मान केवल सतीश शाह को नहीं, बल्कि उस व्यक्ति को भी श्रद्धांजलि होगा जिसने ‘भारत के चेहरे पर मुस्कुराहट’ दी। उनके निधन से मनोरंजन जगत में एक भावनात्मक खालीपन पैदा हो गया है।
FWICE ने अपनी अपील में कहा कि सतीश शाह को मरणोपरांत पद्मश्री सम्मान देना कला, संस्कृति और मनोरंजन के क्षेत्र में उनके योगदान को सच्ची पहचान देने जैसा होगा। यह कदम न सिर्फ उनके काम का सम्मान होगा, बल्कि उन तमाम कलाकारों को भी प्रेरित करेगा जो लोगों के जीवन में मुस्कुराहट लाने का जुनून रखते हैं।
