पटना। महुआ विधानसभा से करारी हार झेलने के बाद तेज प्रताप यादव आज, 16 नवंबर को पटना स्थित अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक करेंगे। यह बैठक चुनावी नतीजों की समीक्षा और हार के कारणों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है।
चुनाव परिणाम आने के बाद तेज प्रताप ने कहा था कि “जयचंदों” की वजह से उनकी हार हुई और वे पहले से ही कहते रहे हैं कि राजनीति में परिवारवाद के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
महुआ में तीसरे स्थान पर रहे तेज प्रताप
परिवारिक विवाद और आरजेडी से निष्कासन के बाद पहली बार अपने दम पर चुनाव लड़ रहे तेज प्रताप इस बार महुआ से मैदान में थे। लेकिन उन्हें उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली और वे 51,938 वोटों के अंतर से पीछे रह गए। उन्हें कुल 35,703 मत मिले और वे तीसरे स्थान पर रहे।
आज दोपहर होगी अहम बैठक
पटना में अपने आवास पर दोपहर को होने वाली बैठक में जनशक्ति जनता दल के कार्यकर्ता शामिल होंगे। तेज प्रताप इस दौरान चुनाव अभियान में हुई गलतियों और रणनीति की कमियों पर चर्चा करेंगे। महुआ सीट से उनका विशेष लगाव रहा है, क्योंकि यहीं से उन्होंने 2015 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत विधायक के रूप में की थी।
पहले आरजेडी में थे तेज प्रताप
तेज प्रताप यादव 2015 में आरजेडी के टिकट पर महुआ से विधायक बने थे और तब उन्हें 66 हजार से अधिक वोट मिले थे। वर्ष 2020 में उन्होंने हसनपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, जहां उन्हें 80 हजार से अधिक मत मिले थे।
आरजेडी से निकाले जाने के बाद उन्होंने अपनी नई पार्टी—जनशक्ति जनता दल—का गठन किया और कई सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन इस चुनाव में उन्हें निराशा हाथ लगी।