पटना। नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है। आपको बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और गया टाउन से लगातार 9 बार के विधायक डॉ. प्रेम कुमार बिहार विधानसभा अध्यक्ष बनेंगे। पिछली विधानसभा में BJP के नंद किशोर यादव स्पीकर थे, जबकि जेडीयू नेता नरेंद्र नारायण यादव डिप्टी स्पीकर थे। प्रेम कुमार 1990 से लगातार गया टाउन सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं। साल 2025 में उन्होंने चुनाव जीतकर एक नया रिकॉर्ड बना लिया, जिसके बाद वो नौवीं पर गया टाउन से विधायक बने।
आपको बता दें कि मगध यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने वाले 69 साल के प्रेम कुमार करीब तीन दशक से बिहार के कई कैबिनेटों में मंत्री पद संभाल चुके हैं। इससे पहले उनके पास कृषि, पशुपालन, पर्यटन, सहकारिता, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण और स्वास्थ्य इंजीनियरिंग जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी थी। प्रेम कुमार ने पहला असेंबली चुनाव मशहूर वकील और CPI के बड़े नेता शकील अहमद खान को करीब 5,000 वोटों से हराकर जीता था। अगले दो चुनावों में उन्होंने अपने CPI विरोधी मसूद मंजर के खिलाफ जीत का अंतर लगभग उतना ही बनाए रखा। लगातार 5,000 के आसपास वोटों की बढ़त बनाए रखने के बाद प्रेम ने 2005 में एक बड़ी छलांग लगाई और उस साल हुए दोनों चुनाव करीब 20,000 वोटों के बड़े अंतर से जीते।
अगले दो चुनावों में जीत का अंतर बढ़कर लगभग 25,000 वोट हो गया, जो 2020 में घटकर 10,000 रह गया। मजे की बात यह है कि BJP में प्रेम के कई साथियों का पॉलिटिकल करियर, जिसमें मगध इलाके में 1974 के आंदोलन का चेहरा अखौरी निरंजन भी शामिल हैं, को मनचाही बढ़त नहीं मिल सकी क्योंकि प्रेम ने पार्टी में अपनी जगह बना ली थी। अखौरी निरंजन का दावा है कि उन्होंने ही प्रेम को पॉलिटिक्स में शामिल किया था।नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बन गए हैं। उनके साथ कई अन्य नेताओं ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने मंत्री पद की शपथ ली। आपको बता दें कि नीतीश कुमार 19 साल से ज्यादा समय तक बिहार के मुख्यमंत्री पद का जिम्मा संभाल चुके हैं। अगर उन्होंने अपना ये कार्यकाल पूरा कर लिया तो वो देश में सबसे ज्यादा समय तक CM रहने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लेंगे।