नई दिल्ली। 24 जनवरी 2023 को अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग ने अडानी समूह के खिलाफ अपनी रिपोर्ट जारी कर दी थी। इस रिपोर्ट ने अडानी समूह के लिए भूचाल ला दिया। समूह को भारी नुकसान हुआ। इस नुकसान की भरपाई कंपनी आज तक कर रही है। हिंडनबर्ग के हमले से छह महीने बाद अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने एक बार फिर इस अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी पर जोरदार पलटवार किया है।
उन्होंने हिंडनबर्ग की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि शॉर्ट सेलर की रिपोर्ट दुर्भावना से प्रेरित थी। हमें नुकसान पहुंचाने के लिए अपनी रिपोर्ट जारी की। हमारे ऊपर गलत और बेबुनियाद आरोप लगाए। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट गलत जानकारी और बेबुनियाद आरोपों का मेलजोल है। उनमें से अधिकांश 2004 से 2015 के बीच के हैं।
अडानी समूह की अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी टोटल गैस की सालाना जनरल मीटिंग (AGM) 2023 में गौतम अडानी ने हिंडनबर्ग पर जोरदार प्रहार करते हुए उसकी मंशा पर सवाल उठाए। एजीएम में शेयरधारकों और कंपनियों के अधिकारियों को संबोधित करते हुए हिंडनबर्ग के हमले के पीछे की असली वजह बताई।
गौतम अडानी ने कहा कि हिंडनबर्ग ने हमारे खिलाफ गलत रिपोर्ट जारी की जिसमें हम पर झूठे आरोप लगाए। हमें चोट पहुंचाने की कोशिश की। अडानी समूह के खिलाफ निगेटिव माहौल बनाने की कोशिश की।
अडानी ने कहा कि शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने अपने मंसूबों और अपने फायदे के लिए हमारे खिलाफ गलत रिपोर्ट निकाली थी। इसकी टाइमिंग जानबूझकर वही रखी गई थी, जब हमारा FPO (फॉलोऑन पब्लिक ऑफर) जारी किया गया था। हमने अपने निवेशकों के हितों को सुरक्षित करने के लिए FPO को वापस ले लिया। हमने निवेशकों के हितों की रक्षा करते हुए ऐसा फैसला लिया, ताकि उन्हें हिंडनबर्ग की निगेटिव रिपोर्ट का नुकसान न झेलना पड़े।