नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में हो रही तेज बारिश से खरीफ प्याज की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में एक बार फिर प्याज की कीमतों में तेजी की संभावना नजर आ रही है। फिलहाल देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों खासकर महाराष्ट्र, मप्र और कर्नाटक में प्याज की कीमतें काफी नीचे चल रही हैं।
टमाटर के दाम
जानकारों का कहना है कि मौजूदा बारिश से जहां एक और तैयार खरीफ फसलों को नुकसान हो रहा है। वहीं पछेती खरीफ फसलों को भी क्षति पहुंच रही है, जिसकी बुआई अभी की जा रही है।
दूसरी तरफ लगातार हो रही बारिश से टमाटर की फसल भी खराब हो रही है, जिससे यह लगातार महंगा हो रहा है। कुछ इलाकों में दाम बढ़कर 80 रुपये किलो तक पहुंच चुके हैं। कारोबारियों के मुताबिक आगे टमाटर के दाम बारिश पर निर्भर करेंगे।
अगले माह बढ़ सकते है प्याज के दाम
जानकारी के अनुसार, फिलहाल खरीफ प्याज की आवक कर्नाटक में और महाराष्ट्र में भी शुरू हो गई है। आमतौर पर महाराष्ट्र में खरीफ प्याज की आवक मुख्य रूप से अक्तूबर से शुरू होती है। इन राज्यों में पछेती खरीफ प्याज की रोपाई फिलहाल चल रही है।
भारतीय सब्जी उत्पादक संघ से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से महाराष्ट्र के साथ उत्तरी कर्नाटक के प्याज उत्पादक इलाकों में अच्छी बारिश हो रही है। इसके अलावा मप्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी बरसात हो रही है।
जिससे खरीफ सीजन वाले प्याज की फसल को नुकसान के कारण उत्पादन घट सकता है। इससे अगले महीने प्याज के दाम बढ़ सकते हैं। अभी किसानों को प्याज की ज्यादातर कीमत 10 से 14 रुपये किलो मिल रही है। अगले महीने भाव बढ़कर 20 रुपये किलो के ऊपर जा सकते हैं।