पटना। भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब ज्योति सिंह लखनऊ स्थित पवन सिंह के घर पहुंचीं और वहां विवाद खड़ा किया। इसके बाद उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव आकर जनता को अपने साथ हो रहे कथित अत्याचारों के बारे में बताया। इस घटना के बाद मामला पूरे बिहार और उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया।
पवन सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि उनकी पत्नी द्वारा की जा रही हरकतें केवल पब्लिक स्टंट हैं, जिसका उद्देश्य आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ उठाना है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ज्योति के पिता ने उन्हें विधायक बनाने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने इसका प्रस्ताव ठुकरा दिया था।
हाल ही में विवाद में नया मोड़ आया है, जिसमें ज्योति सिंह ने 30 करोड़ रूपए गुजारे भत्ते के रूप में मांगे हैं। पवन सिंह की कानूनी टीम ने स्पष्ट किया है कि अभी तक अदालत ने कोई निश्चित गुजारा भत्ता आदेश नहीं दिया है। वकील ने यह भी कहा कि इतने गंभीर आरोपों और अपमान के बाद कोई इसे आसानी से स्वीकार नहीं करेगा और ज्योति की मांग पर आने वाला फैसला पवन की आर्थिक स्थिति पर आधारित होगा।पवन सिंह भोजपुरी सिनेमा में पावर स्टार के रूप में जाने जाते हैं। उनकी पहली पत्नी नीलम देवी ने शादी के तुरंत बाद आत्महत्या कर ली थी। बाद में 2018 में पवन ने ज्योति से विवाह किया। समय के साथ उनकी शादी विवादों में बदल गई।
पहले ज्योति ने लगभग 5 करोड़ रुपये गुजारा भत्ते की मांग की थी, जबकि पवन ने समझौते के तहत 1 करोड़ रुपये की पेशकश की थी। अब विवाद की रकम बढ़कर 30 करोड़ तक पहुंच गई है और मामला और जटिल हो गया है। ज्योति की सार्वजनिक सक्रियताएं भी बढ़ गई हैं। उन्होंने पवन के लखनऊ आवास के बाहर आकर आंसू बहाए और बेवफाई का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले पवन ने एक अन्य महिला को होटल में पहुंचाया था। पवन सिंह ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक चाल और चुनावी माहौल का फायदा उठाने का प्रयास बताया।