मुंबई। बॉलीवुड के मशहूर कॉमेडियन और अभिनेता असरानी (Asrani) का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वे पिछले पांच दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। असरानी का निधन मंगलवार को मुंबई के जुहू स्थित आरोग्य निधि अस्पताल में हुआ। उनके मैनेजर बाबूभाई थीबा ने इस खबर की पुष्टि की है।
असरानी का अंतिम संस्कार आज शाम सांताक्रूज वेस्ट के शास्त्री नगर शवदाह गृह में किया गया, जहां परिजनों और करीबी मित्रों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
गोवर्धन असरानी, जिनका जन्म 1 जनवरी 1941 को जयपुर में हुआ था, ने 1960 के दशक में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। पांच दशक लंबे करियर में उन्होंने 400 से अधिक फिल्मों में काम किया। उनकी बेमिसाल कॉमिक टाइमिंग और अनोखे अभिनय ने उन्हें हिंदी सिनेमा का सदाबहार हास्य कलाकार बना दिया।
फिल्म ‘शोले’ में “अंग्रेज़ों के ज़माने का जेलर” का उनका किरदार आज भी दर्शकों को हंसा देता है। इसके अलावा ‘बावर्ची’ (1972), ‘कोशिश’ (1973), ‘चुपके चुपके’ (1975) और ‘छोटी सी बात’ (1975) जैसी फिल्मों में भी उन्होंने अपनी अदाकारी से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई।
जयपुर के सेंट जेवियर स्कूल से शुरुआती शिक्षा प्राप्त करने के बाद असरानी ने राजस्थान कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। उन्होंने करियर की शुरुआत बतौर रेडियो आर्टिस्ट की थी। असरानी की पत्नी मंजू बंसल ईरानी भी अभिनेत्री हैं, और दोनों ने कई फिल्मों में साथ काम किया था।
फिल्मी दुनिया के अलावा असरानी ने राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। वर्ष 2004 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी और लोकसभा चुनाव अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया था।
असरानी भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके अमर किरदार और हंसी से भरे संवाद आने वाली पीढ़ियों तक उन्हें यादगार बनाए रखेंगे।