नई दिल्ली। तालिबान ने भले ही जबरन अफगानिस्तान पर अपना शासन कायम कर लिया हो ,लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति बहुत ही निचले स्तर पर पहुंच गई है। जल्द उनके बैंक खतों मे मक्खियां भिनभिनाने की नौबत आ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अफगानिस्तान की 10 अरब डॉलर की संपत्ति को हासिल कर पाना टेढ़ी खीर होगी।
आपको बता दें कि ‘द अफगानिस्तान बैंक’ ने इस रकम को छुपा दिया सूत्रों कि मानें तो अफगानिस्तान ने अपनी ज़्यादातर संपत्ति देश से बाहर रखी है। इसी के चलते तालिबान इतनी आसानी से अफगानिस्तान की सेंट्रल बैंक की 74.26 (चौहत्तर दशमलव छब्बीस) हजार करोड़ की रकम हथिया नहीं पाएगा।
आपको बता दें की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के एक अधिकारी ने कहा ‘अफगान सरकार के रिजर्व बैंक की अमेरिका में जो भी संपत्ति है, उसे तालिबान को नहीं दिया जाएगा।’ DAB के पास 10 अरब डॉलर कि रकम के साथ-साथ 1.3 अरब डॉलर का सोना और 36.2 (छत्तीस दसमलव दो) करोड़ डॉलर की विदेशी मुद्रा जमा है। आशंका है की अफ़ग़ान ख़ज़ाने पर कब्ज़ा कर पाना तालिबान के लिए उतना आसान नहीं होगा जितना देश हड़पना रहा।