नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के बीच जुबानी जंग कोई नई नहीं है। शुक्रवार को भी ऐसा ही हुआ। आज दिल्ली विधानसभा में बजट सत्र का आगाज हुआ। अभिभाषण के बाद LG पत्रकारों के बीच थे।
एक ओर तो विधानसभा के अंदर उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और बाहर आकर उन्होंने सीएम केजरीवाल के सामने ही शायराना अंदाज में निशाना साध दिया। इस पर मुख्यमंत्री का भी जवाब आ गया।
एलजी ने विधानसभा से निकलते हुए पत्रकारों से बात की। यहां उन्होंने भाषा की मर्यादा पर बात करते कहा, इसमें कोई शक नहीं है कि पिछले कुछ दिनों में बोलने की मर्यादा टूटी है। आगे उन्होंने शायराना अंदाज में कहा, ‘रोज गिराती है पत्ते मेरे, फिर भी हवाओं से टूटते नहीं रिश्ते मेरे।’ एलजी का यह शायराना अंदाज देख वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े।
इस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी जवाब देते हुए कहा, मैं समझता हूं यह छोटी बातें हैं। जनतंत्र की इज्जत करनी चाहिए। दो करोड़ लोगों ने अगर किसी सरकार को चुन कर भेजा है तो उस सरकार को काम करने देना चाहिए। उस सरकार को अगर आप काम नहीं करने देंगे, तरह-तरह की अड़चनें लगाएंगे तो यह सही नहीं है।
उपराज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भाजपा विधायकों के हंगामे पर केजरीवाल बोले, यह सही नहीं है, क्योंकि हम लोग देख रहे थे कि नियम के मुताबिक एलजी के भाषण के दौरान डिस्टरबेंस करना एक तरह से मर्यादा के खिलाफ है। एक तरह से सदन की अवमानना है। तो इसके ऊपर अभी एक प्रस्ताव पूरे सदन ने पास किया है कि इस पूरे मामले को उचित कमेटी को भेजा जाएगा कि एलजी के भाषण के दौरान इस तरह से डिस्टरबेंस नहीं करना चाहिए था।