नई दिल्ली। भारत में गैस सिलेंडर फटने से अबतक हजारों जाने जा चुकी हैं। ज्यादातर मामलों में उपभोक्ताओं को ही इन हादसों का जिम्मेदार माना जाता है।
लेकिन हर बार गलती उपभोक्ता की नहीं होती कई बार गैस सिलेंडर बेच रही कंपनियों की वजह से भी ऐसे खतरनाक हादसे हो जाते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि गैस सिलेंडर की भी एक्सपायरी डेट होती है जो कंपनियां अक्सर नजरअंदाज करती हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं के ये जानना बहुत जरूरी है कि उनके किचन में रखा गैस सिलेंडर कहीं एक्सपायर तो नहीं हो गया है?
यहां लिखी होती है एक्सपायरी डेट
एलपीजी गैस सिलेंडर के सबसे उपरी भाग जहां रेगुलेटर लगाया जाता है वहां एक पीले या सफेद रंग की पट्टी बनी होती है जिसपर अंग्रेजी के अक्षर A,B,C,D के साथ कुछ अंक लिखे होते हैं।
ये A,B,C,D कुछ और नहीं बल्कि तीन-तीन महीनों ग्रुप होते हैं। अंग्रेजी के ये अक्षर एलपीजी सिलेंडर के एक्सपायर होने के महीने को प्रदर्शित करतें हैं। यहां समझें-
A का मतलब मार्च
B का मतलब जून
C का मतलब सितंबर
D का मतलब दिसंबर
सिलेंडर पर लिखे अंक का मतलब
अंग्रेजी के इन अक्षरों के आगे अंक लिखे होते हैं। ये अंक एक्पायर होने के साल की जानकारी देते हैं। मतलब यदि किसी सिलेंडर की पट्टी पर D-20 लिखा है तो इसका मतलब वह सिलेंडर दिसंबर 2020 तक उपयोग करने के लायक है। इसके बाद इस सिलेंडर का उपयोग करना घातक हो सकता है।