लखनऊ। देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की आज 146वीं जयंती है। इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में 75 मोटरसाइकिल सवारों की रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि भारत माता के महान सपूत, स्वतंत्र भारत की अखंडता के शिल्पी सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 146वीं पावन जयंती को पूरा देश ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मना रहा है। यह तिथि और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब पूरा देश अमृत महोत्सव मना रहा है।
आजादी के समय तमाम षड्यंत्रों को बेनकाब करने का कार्य सरदार पटेल जी ने किया था। अपने संबोधन में उन्होंने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार करने हेतु सरदार पटेल के संकल्पों को आत्मसात करने का आह्वान किया। बता दें कि पहली बार राष्ट्रीय एकता दिवस बीजेपी की नेतृत्व वाली सरकार में 2014 मे मनाया गया था।
इस वजह से कहा जाता है लौहपुरूष
सरदार पटेल को भारत का लौहपुरूष कहा जाता है। ऐसा लिए है क्योंकि उन्होंने कई ऐसी चुनौतीपूर्ण समस्याओं को हल किया जो और किसी के बस की बात नहीं थी। उन्होंने आजादी के बाद 600 से अधिक रियासतों का विलय भारत में कराया जो आज भी एक मिसाल है।
उन्होंने वीपी मेनन के साथ मिलकर इस बड़े काम को अंजाम दिया। जिसके बाद उन्होंने लौहपुरूष की उपाधि से नवाजा गया। सरदार पटेल में नेतृत्व क्षमता, वाकपटुता, बुद्धि-चातुर्य, इच्छाशक्ति, कुशल व्यवस्थापक, विनम्रता, व्यावहारिकता आदि उनके ऐसे गुण रहे, जो आज भी राजनेताओं के लिए बड़ी सीख हैं।