वॉशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिवसीय अमेरिका के दौरे पर हैं। आज गुरुवार 22 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के अध्यक्ष एच लॉरेंस कल्प जूनियर से मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद जेट इंजन को लेकर ऐतिहासिक समझौते की घोषणा हुई।
एयरोस्पेस शाखा ने जानकारी दि कि अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के बीच सौदे की घोषणा की गई। इस समझौते के बाद जेई एयरोस्पेस और एचएएल एक साथ मिलकर भारतीय वायु सेना के लिए जेट इंजन बनाएगी।
PM मोदी और लॉरेंस कल्प जूनियर से मुलाकात के कुछ घंटों के बाद GE ने कहा,”भारतीय वायु सेना को जेट इंजन प्रदान करने के लिए उनकी कंपनी और HAL के बीच समझौता हुआ है।”
समझौते को बताया मील का पत्थर
इस समझौते के लेकर साझा किए गए MoU में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के बीच यह एक बड़ा मील का पत्थर है। इस समझौते से दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और मजबूत होने वाला है। बता दें कि यह समझौता भारतीय वायु सेना के हल्के लड़ाकू विमान एमके2 कार्यक्रम का हिस्सा है।
MoU (Memorandum of understanding) में आगे जानकारी दी गई कि भारत को भी अब जेई के एफ 414 इंजन के निर्माण का लाइसेंस दिया गया। बता दें कि एफ 414 इंजन का इस्तेमाल करने का लाइसेंस अभी तक सिर्फ 8 देशों के पास है। अब भारत भी इस लिस्ट में जुड़ चुका है।
जीई प्रमुख एच. लॉरेंस कल्प जूनियर ने समझौते को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी के समन्वय से दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी बेहतर बन चुके हैं। हमारे एफ 414 का कोई जोड़ नहीं है। इस समझौते से दोनों देशों की आर्थिक और सैन्य सुरक्षा में काफी बढ़ोतरी होने वाली है।