संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देते हुए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो ने शुरुआत और समापन संस्कृत के मंत्रों से किया। उन्होंने “ओम स्वास्तिअस्तु” और “ओम शांति शांति, शांति ओम” कहकर सभी का ध्यान आकर्षित किया। “ओम स्वास्तिअस्तु” अभिवादन बाली द्वीप पर प्रचलित है, जिसका अर्थ है आप सुखी, सुरक्षित और धन्य रहें।
सभी धर्मों को बताया एक परिवार
अपने संबोधन में राष्ट्रपति सुबिआंतो ने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, यहूदी सहित सभी धर्म एक मानव परिवार का हिस्सा हैं। इंडोनेशिया इस दृष्टिकोण को धरातल पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने विभिन्न धार्मिक परंपराओं के मंत्रों का उल्लेख कर वैश्विक एकता का संदेश दिया।
अमेरिका पर अप्रत्यक्ष निशाना
भाषण के दौरान सुबिआंतो ने संयुक्त राष्ट्र की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई और गरीबी, बीमारी व भूख से जूझने में संगठन ने इंडोनेशिया का साथ दिया। उन्होंने बिना नाम लिए अमेरिका और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोई भी एक देश पूरे मानव परिवार को धमका नहीं सकता।
राष्ट्रपति ने साफ किया कि उनका देश वैश्विक शांति, भाईचारे और न्याय के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने इंडोनेशिया को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दी है और वह आगे भी सहयोग की राह पर चलता रहेगा।