नई दिल्ली। समुद्र में अपहृत किए गए मछली पकड़ने वाले ईरानी जहाज और इसके 23 सदस्यीय पाकिस्तानी चालक दल को बचाने के एक दिन बाद भारतीय नौसेना ने शनिवार को कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नौ समुद्री लुटेरों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए भारत लाया जा रहा है। समुद्री लुटेरों के खिलाफ समुद्री लूट रोधी अधिनियम, 2022 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नौसेना ने कहा, “विशेषज्ञ टीमों ने सभी नौ समुद्री डाकुओं को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया। उन्हें 2022 के समुद्री डकैती रोधी अधिनियम के अनुसार कानूनी कार्रवाई के लिए भारत लाया जा रहा है।” नौका को मछली पकड़ने की गतिविधियां जारी रखने के लिए मंजूरी देने से पहले 23 पाकिस्तानी नागरिकों वाले चालक दल की गहन चिकित्सा जांच की गई थी।
घटना के समय मछली पकड़ने वाली नौका सोकोट्रा से लगभग 90 समुद्री मील दक्षिण-पश्चिम में था और बताया गया था कि उस पर नौ सशस्त्र समुद्री डाकू सवार थे। नौसेना ने कहा, अपहृत मछली पकड़ने वाली नौका को 29 मार्च को रोक लिया गया। इसमें कहा गया कि नौसेना क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और किसी भी देश के नाविकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।