कोलंबो। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में इस समय अफरा-तफरी का माहौल है। बेहद खराब आर्थिक संकट का सामना कर रही देश की जनता बुधवार से ही बेकाबू है और सड़कों पर उतरी हुई है। ताजा खबरों के मुताबिक में देश में इमरजेंसी लगा दी गई है और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघ को कार्यवाहक राष्ट्रपति बना दिया गया है।
पीएम आवास के पास मौजूद प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारी, प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघ (अब कार्यवाहक राष्ट्रपति) के आधिकारिक निवास के करीब मौजूद हैं। इन्हें हटाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े हैं। देश में हालात उस समय से और बिगड़ गए हैं, जब से राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़ने की खबरें आई हैं।
फिलहाल प्रदर्शनकारी संसद को घेरने की कोशिशों में लगे हुए हैं। राष्ट्रपति राजपक्षे के पत्नी और दो बॉडीगार्ड्स के साथ श्रीलंकन एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट में सवार होकर मालदीव पहुंचने की खबरें हैं। न्यूज एजेंसी एपी ने एक इमीग्रेशन ऑफिसर के हवाले से बताया है कि भले ही राष्ट्रपति ने दबाव में आकर इस्तीफा देने की बात कही हो लेकिन स्पीकर को उनके इस्तीफे का इंतजार था।
73 साल के गोटाबाया पर जनता ने देश की आर्थिक स्थिति को चौपट करने का आरोप लगाया है। मालदीव की सरकार का कहना है कि राजपक्षे अभी तक देश के राष्ट्रपति हैं और ऐसे में अगर वो देश आना चाहते थे तो उन्हें मना नहीं किया जा सकता था।
सूत्रों ने एएफपी को बताया कि राजपक्षे, उनकी पत्नी और एक अंगरक्षक ने एंटोनोव -32 सैन्य विमान में सवार होकर श्रीलंका के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने कहा कि मालदीव पहुंचने पर उन्हें पुलिस सुरक्षा के तहत एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।