नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस्राइल के दौरे पर रवाना हो गए हैं। राष्ट्रपति के आधिकारिक विमान एयरफोर्स-वन में मीडिया से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा, “गाजा युद्ध अब खत्म हो चुका है। मुझे विश्वास है कि हालात अब शांत हो जाएंगे।”
शांति समझौता लागू होने के बाद यह ट्रंप का इस्राइल का पहला दौरा है। अपने इस दौरे में वे इस्राइल की संसद ‘नेसेट’ में संबोधन देंगे। इसके बाद वे मिस्र पहुंचेंगे, जहां वे एक बड़े अंतरराष्ट्रीय शांति शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सीसी भी उनके साथ रहेंगे।
इस्राइल-हमास समझौता : 20 बंधक होंगे रिहा
इस्राइल सरकार की प्रवक्ता शोश बेड्रोसियन ने जानकारी दी कि सोमवार सुबह तीन चरणों में हमास 20 जीवित बंधकों को रिहा करेगा, जबकि 28 मृत बंधकों के शव भी लौटाए जाएंगे। इसके बदले इस्राइल 250 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। सभी रिहाइयां दोपहर 12 बजे तक पूरी कर ली जाएंगी।
“बोर्ड ऑफ पीस” बनेगा गाजा पुनर्निर्माण के लिए
ट्रंप ने कहा कि गाजा के पुनर्निर्माण की निगरानी के लिए जल्द ही एक विशेष समिति “बोर्ड ऑफ पीस” बनाई जाएगी।उन्होंने बताया कि कतर ने शांति समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उसे भी श्रेय दिया जाना चाहिए। ट्रंप ने इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सराहना करते हुए कहा कि “यह समझौता सभी के लिए खुशी का कारण है चाहे वे यहूदी हों, मुस्लिम हों या अरब देश।”
20 से अधिक देशों के नेता होंगे शामिल
मिस्र में होने वाले शांति शिखर सम्मेलन में 20 से अधिक देशों के शीर्ष नेता भाग लेंगे, जिनमें भारत, फ्रांस, इटली, ब्रिटेन, सऊदी अरब, जॉर्डन और तुर्किए जैसे देश शामिल हैं। फलस्तीनी अथॉरिटी के राष्ट्रपति महमूद अब्बास भी उपस्थित रहेंगे, जबकि हमास ने इस सम्मेलन से दूरी बनाए रखी है।