जम्मू। जम्मू-कश्मीर में राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने 1990 में एक कश्मीरी पंडित महिला की हत्या से जुड़े मामले में यासीन मलिक और उसके सहयोगियों के नौ ठिकानों पर छापेमारी की है।
जानकारी के अनुसार, अप्रैल 1990 में अनंतनाग की 27 वर्षीय कश्मीरी पंडित नर्स, जो श्रीनगर के सौरा स्थित शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान (SKIMS) में तैनात थीं, को हब्बा खातून छात्रावास से आतंकियों ने अगवा कर लिया था। आरोप है कि उन्हें कई दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म और यातनाएं दी गईं। 19 अप्रैल को श्रीनगर के मल्लाबाग इलाके में उमर कॉलोनी के पास उनका क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ।
शव के पास एक पर्ची भी मिली थी, जिसमें उन्हें पुलिस का मुखबिर बताया गया था। माना जाता है कि यह आरोप उनके द्वारा उग्रवादियों के उस आदेश की अवहेलना करने के कारण लगाया गया, जिसमें कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़ने या सरकारी नौकरी छोड़ने को कहा गया था।
SIA की इस कार्रवाई में स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ भी शामिल रही। छापे यासीन मलिक के साथ-साथ जावेद नलका, पीर नूर-उल-हक शाह, अब्दुल हमीद शेख, बशीर अहमद गोजरी, फिरोज अहमद खान और गुलाम मोहम्मद टपलू के ठिकानों पर मारे गए।