दिल्ली-NCR में एक बार फिर सांस लेना मुश्किल हो गया है। सर्दियों की दस्तक के साथ राजधानी की हवा ‘गैस चैंबर’ में तब्दील हो चुकी है। कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार पहुंच गया है, जो ‘गंभीर श्रेणी’ में आता है। प्रदूषण के चलते लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में परेशानी जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली के हालात सबसे खराब
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार (25 अक्टूबर) सुबह 8 बजे आनंद विहार का AQI 412 दर्ज किया गया। इसके अलावा बवाना, चांदनी चौक, शादीपुर, वजीरपुर और जहांगीरपुरी जैसे इलाके भी रेड जोन में हैं। राजधानी के कई हिस्सों में दृश्यता घटने के साथ ही हवा में धूल और धुआं घुल गया है।
नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में भी सांसों पर संकट
दिल्ली से सटे इलाकों में भी हालात गंभीर हैं। नोएडा के सेक्टर 125 में AQI 307, गाजियाबाद के वसुंधरा में 349, और इंदिरापुरम में 300 दर्ज किया गया है। वहीं गुरुग्राम के सेक्टर 51 में AQI 330 पहुंच गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम में ठंड बढ़ने और हवा की गति धीमी होने से प्रदूषक तत्व जमीन के पास ही जम जाते हैं, जिससे स्थिति और खराब होती जा रही है।
प्रदूषण से राहत के लिए होगी ‘क्लाउड सीडिंग’
बढ़ते प्रदूषण को काबू करने के लिए दिल्ली सरकार अब ‘क्लाउड सीडिंग’ यानी कृत्रिम वर्षा कराने की तैयारी में है। 23 अक्टूबर को इस तकनीक का सफल ट्रायल किया गया था। दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि सरकार 29 अक्टूबर को कृत्रिम बारिश कराने के लिए पूरी तरह तैयार है। उम्मीद है कि बारिश से हवा की गुणवत्ता में कुछ सुधार हो सकेगा।