नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है और हवा की गुणवत्ता अब “खराब” श्रेणी में पहुंच गई है। मंगलवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 के पार दर्ज किया गया, जिसके बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चरण-I तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया।
CAQM ने अपने बयान में कहा कि GRAP पर गठित उप-समिति ने मंगलवार को क्षेत्र की वायु गुणवत्ता की समीक्षा की और पाया कि 14 अक्टूबर को दिल्ली का AQI 211 दर्ज किया गया, जो “खराब” श्रेणी में आता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और IITM के पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में भी वायु गुणवत्ता के इसी स्तर पर बने रहने की संभावना है। ऐसे में समिति ने पूरे एनसीआर में GRAP चरण-I के तहत सभी कार्रवाइयों को तुरंत लागू करने का निर्णय लिया है।
GRAP चरण-I के तहत प्रदूषणकारी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा और धूल नियंत्रण के उपायों को सख्ती से लागू किया जाएगा। संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं कि वायु गुणवत्ता में और गिरावट न हो और यह “बेहद खराब” या “गंभीर” श्रेणी तक न पहुंचे, इसके लिए लगातार निगरानी रखी जाए।
मंगलवार सुबह दिल्ली का AQI 211 दर्ज किया गया, जो “खराब” श्रेणी में है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, राजधानी में न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। सुबह के समय आर्द्रता 85 प्रतिशत दर्ज की गई।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मानकों के अनुसार, AQI शून्य से 50 के बीच “अच्छा”, 51 से 100 के बीच “संतोषजनक”, 101 से 200 के बीच “मध्यम”, 201 से 300 के बीच “खराब”, 301 से 400 के बीच “बहुत खराब” और 401 से 500 के बीच “गंभीर” श्रेणी में माना जाता है।