नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने शनिवार को अत्यंत गोपनीय तरीके से सांसद भवन के अंदर जाकर क्राइम सीन का रिक्रिएशन किया। रिक्रिएशन करके यह जानने की कोशिश की आरोपित किस तरह सुरक्षा जांच करवा कर अंदर घुसे और दर्शक दीर्घा में कुछ देर तक बैठने के बाद वारदात को अंजाम दिया।
क्यों होता है क्राइम सीन का रिक्रिएशन?
यह केस की तफ्तीश का एक हिस्सा होता है जिसे केस के साक्ष्यों के रूप में शामिल किया जाता है। मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक डीजी सीआरपीएफ की अध्यक्षता में बनी जांच कमेटी ने क्राइम सीन का रिक्रिएशन किया। इस दौरान मौके पर आइजी रैंक के कई अधिकारी और सिक्योरिटी के ज्वाइंट सीपी रैंक के कई अधिकारी मौजूद थे।
रिक्रिएशन के दौरान संसद में तैमात सभी सुरक्षाकर्मियों को अपनी अपनी जगहों पर तैनात रहने को कहा गया। जांच टीम के ही अधिकारियों को आरोपित सागर शर्मा और मनोरंजन गौड़ बना दिया गया था।
आरोपितों को वहां नहीं ले जाया गया। सूत्रों के मुताबिक स्पेशल सेल ने घटना वाले दिन संसद की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों के बयान भी दर्ज कर लिए हैं। साथ ही संसद की सुरक्षा में लगे जांच उपकरणों की भी जांच की गई। जांच एजेंसी अब जल्द संसद सुरक्षा से निलबिंत आठ सुरक्षाकर्मियों के भी बयान दर्ज करेगी।