नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा पर ‘पैसे के बदले प्रश्न पूछने’ (CASH FOR QUERY) के आरोपों की जांच कर रही लोकसभा की आचार समिति की अहम बैठक सात नवंबर को होगी। इस दौरान मसौदा रिपोर्ट को स्वीकार करने पर चर्चा की जाएगी।
इससे पहले महुआ मोइत्रा ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि पैसे लेकर सवाल पूछने से संबंधित आरोपों को लेकर लोकसभा की आचार समिति के समक्ष पेशी के दौरान उन्हें अपमानजनक सवालों का सामना करना पड़ा। इससे नाराज होकर उन्होंने पेशी से बाहर आने का फैसला किया।
निजी जीवन के बारे में मांगी गई अप्रासंगिक जानकारी
महुआ ने कहा था कि उनसे उनके निजी जीवन के बारे में अप्रासंगिक जानकारी मांगी गई। अपना विरोध दर्ज कराते हुए उन्होंने कहा कि वह किसी भी प्रासंगिक प्रश्न का उत्तर हलफनामे के माध्यम से देंगी। हालांकि, नियम कहते हैं कि समिति की बैठक में क्या होता है, किसी को इसके बारे में बात नहीं करनी चाहिए, लेकिन वह ऐसा इसलिए कर रही हैं, क्योंकि उन्हें मुहावरे की भाषा में कहें तो वस्त्रहरण का सामना करना पड़ा।
महुआ ने आरोप लगाया था कि समिति के 11 उपस्थित सदस्यों में से पांच सदस्य उसके अध्यक्ष के व्यवहार का विरोध करते हुए बाहर आ गए थे। यह नाम की आचार समिति है, यह संभवतः सबसे अनैतिक पेशी थी।
क्या है मामला?
महुआ पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को 15 अक्तूबर को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि महुआ द्वारा लोकसभा में हाल के दिनों तक पूछे गए 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न अदाणी समूह पर केंद्रित थे। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने आचार समिति के पास भेज दिया था।