नई दिल्ली। देश में मॉनसून 2025 की औपचारिक विदाई के साथ अब उत्तर भारत में ठंड ने दस्तक दे दी है, वहीं दक्षिण भारत के कई हिस्सों में बारिश का दौर जारी है। इस बीच चक्रवाती तूफान “मोंथा” (Cyclonic Storm Montha) की वजह से मौसम विभाग ने अगले 2 से 3 दिन को दक्षिण भारत के लिए चुनौतीपूर्ण बताया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, यह तूफान मंगलवार (28 अक्टूबर 2025) को सुबह तक पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा और इसके गंभीर रूप लेने की संभावना जताई गई है।
दक्षिण भारत में अलर्ट
IMD के मुताबिक, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मंगलवार से भारी बारिश और तेज आंधी-तूफान की आशंका है। तटीय इलाकों में 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी है और कहा है कि अगले 72 घंटे बेहद महत्वपूर्ण होंगे।
उत्तर भारत में भी असर
तूफान मोंथा का असर उत्तर भारत के कई राज्यों में भी दिख सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह से ही बादल छाए रहे, जबकि मंगलवार को बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
पहाड़ों पर बर्फबारी और ठंड बढ़ने का संकेत
IMD ने बताया कि तूफान के अप्रत्यक्ष प्रभाव से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। इससे उत्तर भारत में ठंड का नया दौर शुरू हो सकता है। मौसम विभाग ने चेताया है कि सप्ताहांत तक देशभर में मौसमी गतिविधियां तेज हो सकती हैं।
पश्चिमी तट और पूर्वोत्तर पर भी असर
मोंथा का असर सिर्फ दक्षिण और उत्तर भारत तक सीमित नहीं रहेगा। इसका प्रभाव पूर्वोत्तर राज्यों, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और कोंकण क्षेत्र में भी देखने को मिल सकता है, जहां तेज हवाओं और भारी बारिश की संभावना जताई गई है। IMD ने कहा कि अगले कुछ दिनों तक सावधानी बरतना बेहद जरूरी है, खासकर तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए।