नई दिल्ली। दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो गए हैं। इसका एलान उन्होंने खुद किया है। दिग्विजय सिंह अब पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे के प्रस्तावक बनेंगे। उन्होंने कहा, अगर उन्हें पता होता कि खरगे इस रेस में खड़े हो रहे हैं तो वह चुनाव के लिए नामांकन पत्र भी न खरीदते।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन शुरू
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक, दोपहर तीन बजे तक नामांकन चलेगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खरगे नामांकन दाखिल कर सकते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खरगे भी चुनाव लड़ेंगे।
इसकी पुष्टि पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने की है। वह खरगे की तरफ से प्रस्तावक होंगे। मल्लिकार्जुन खरगे की तरफ से पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, प्रमोदी तिवारी और पीएल पुनिया प्रस्तावक होंगे।
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अशोक गहलोत ने भी किया समर्थन
कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में आए मल्लिकार्जुन खड़गे को सीनियर नेताओं का लगातार समर्थन मिल रहा है। उनके सपोर्ट में दिग्विजय सिंह के नामांकन न दाखिल करने के बाद अब अशोक गहलोत भी साथ आ गए हैं।
गहलोत ने मल्लिकार्जुन खड़गे से आज मुलाकात के बाद कहा कि उनका चुनाव में उतरना सही फैसला है। इस दौरान खुद के अध्यक्ष की रेस से बाहर होने और सीएम को लेकर संशय पर गहलोत ने कहा कि मेरा बस चले तो मैं कोई पद न लूं। कभी राहुल गांधी यात्रा में जाऊं और कभी सड़कों पर उतरूं। आज हालात बेहद खराब हैं, लेकिन अब भी मैं कोई पद छोड़कर जाऊंगा तो लोग कहेंगे कि तकलीफ में कांग्रेस को छोड़कर अशोक गहलोत भाग रहा है।
सोनिया गांधी के सामने इस्तीफे की पेशकश के सवाल पर गहलोत ने कहा, मेरे पास इंदिरा गांधी के समय से पद रहा है। मुझे पिछले 50 सालों में बहुत मान और सम्मान मिला है। मेरे लिए पद जरूरी नहीं है। कांग्रेस कैसे मजबूत हो, इसके लिए मैं जान लगाना चाहता हूं।