नई दिल्ली। द्रौपदी मुर्मू ने आज भारत के 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमणा उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला हैं जो राष्ट्रपति बनीं। द्रौपदी मुर्मू को संसद के सेंट्रल हाल में शपथ दिलाई गई।
निवर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक साथ संसद पहुंचे। शपथ ग्रहण के दौरान मुर्मू ने कहा मेरा सौभाग्य है कि मुझे स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में सेवा करने का अवसर मिला है। मैं स्वतंत्र भारत में जन्म लेने वाली पहली राष्ट्रपति हूं।
मुर्मू आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की शख्सियत हैं। प्रतिभा पाटिल के बाद मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। शपथ ग्रहण के बाद मुर्मू को 21 तोपों की सलामी दी गई।
शपथ ग्रहण समारोह में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, मंत्रिपरिषद के सदस्य, कई राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कई देशों के राजदूत व तीनों सेनाओं के प्रमुख, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्य और सरकार के प्रमुख अधिकारी समारोह में मौजूद रहे।