नई दिल्ली:कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष *राहुल गांधी* ने एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई और देश को “डेड इकोनॉमी” करार दिया। राहुल ने दावा किया कि मौजूदा आर्थिक हालात को केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ही “अच्छा” मानते हैं, जबकि हकीकत इसके एकदम उलट है।
राहुल गांधी ने कहा, “आज पूरा देश आर्थिक बदहाली से गुजर रहा है। बेरोजगारी चरम पर है, महंगाई आम आदमी की कमर तोड़ रही है और MSME सेक्टर तबाह हो चुका है। देश में सिर्फ दो लोग हैं – प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री सीतारमण – जो मानते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है। बाक़ी सब जानते हैं कि यह एक डेड इकोनॉमी है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अमेरिका के साथ जो संभावित ट्रेड डील करने जा रही है, वह भारत के हितों को ताक पर रखकर की जाएगी। उन्होंने दावा किया कि यह समझौता *अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शर्तों पर आधारित होगा, जिसमें भारतीय किसानों, छोटे कारोबारियों और उपभोक्ताओं को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मित्रों के हित में हो रही नीतियां’
राहुल गांधी ने सरकार पर कॉर्पोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “सरकार की नीतियां कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों के हित में बनाई जा रही हैं। गरीब, किसान, मजदूर और युवा लगातार नजरअंदाज किए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी संसद में इन मुद्दों को पूरी मजबूती के साथ उठाएगी और सरकार से जवाब मांगती रहेगी।
सरकार की ओर से प्रतिक्रिया का इंतजार
राहुल गांधी के इन आरोपों पर अब तक केंद्र सरकार या वित्त मंत्रालय की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन इस बयान ने सियासी हलकों में हलचल तेज कर दी है और संसद के आगामी सत्र में इन मुद्दों पर जोरदार बहस की संभावना जताई जा रही है।