इंडिगो एयरलाइन का संचालन संकट लगातार छठे दिन भी खत्म नहीं हुआ। रविवार, 7 दिसंबर को दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो की कई उड़ानें रद्द होने से यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ गईं। उड़ानें कैंसिल होने के बाद इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लंबी कतारें नजर आईं और यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा। ANI की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली एयरपोर्ट की फ्लाइट सूचना स्क्रीन पर अनेक इंडिगो उड़ानों के रद्द होने की जानकारी प्रदर्शित हुई।
चैन्नई एयरपोर्ट पर भी हालात गंभीर रहे, जहां 30 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं। वहीं, मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों को उड़ानों की देरी और रद्दीकरण का सामना करना पड़ा। पिछले पांच दिनों में 2000 से अधिक इंडिगो उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े हब सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
शनिवार को इंडिगो ने अपने बयान में बताया कि उस दिन 800 से ज्यादा उड़ानें कैंसिल करनी पड़ीं, जबकि शुक्रवार को यह संख्या 1000 से भी अधिक थी। एयरलाइन नेटवर्क में बढ़ती अव्यवस्था से यात्री परेशान हैं और एयरपोर्ट पर भीड़ बढ़ती जा रही है।
इस संकट के बीच सरकार ने हवाई किरायों पर नियंत्रण लगाने के आदेश जारी किए हैं। सिविल एविएशन मंत्रालय के अनुसार, 500 किमी तक की उड़ानों का अधिकतम किराया 7,500 रुपये, 500–1000 किमी के लिए 12,000 रुपये, 1000–1500 किमी के लिए 15,000 रुपये और 1500 किमी से अधिक दूरी की उड़ानों के लिए 18,000 रुपये तय किया गया है। यह नियम बिजनेस क्लास और उदान योजना की उड़ानों पर लागू नहीं होंगे।