नई दिल्ली। मकरसंक्रांति का त्यौहार जप, तप, श्राद्ध, दान, स्नान, तर्पण का पर्व है। इस बार भी ये पर्व 14 जनवरी को मनाया जायेगा। कहा जाता है कि मकर संक्रांति पर किया गया दान अक्षय फलदायी होता है, अर्थात इस दिन किए गए दान का फल सौ गुना होकर मिलता है।
अधिकांश लोगों का मानना है,कि त्योहारों में तला भुना खाकर अपनी सेहत को खराब कर लेते हैं। तो आइये जानते हैं, मकरसंक्रांति में क्यों खाए जाते हैं तिल-गुड़ के लड्डू…
तिल-गुड़ के लड्डू- मकर संक्रांति के समय तिल के लड्डू घर घर बनाए जाते हैं। तिल के लड्डू पेट के लिए बहुत गुणकारी होते हैं, ये कब्ज, गैस और एसिडटी को खत्म करते हैं। ठंड के मौसम में ये लड्डू शरीर में आवश्यक गर्माहट पैदा करने में विशेष रूप से सहायक है।
महिलाओं से सम्बंधित परेशानियों में भी ये लड्डू लाभकारी होते है। पाचन में मदद करते है और शरीर में खून की मात्रा को भी बढ़ाते हैं। ये बालों एवं त्वचा के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।