चंडीगढ़। पंजाब इन दिनों बाढ़ और भारी बारिश की मार झेल रहा है। राज्य के सभी 23 जिले प्रभावित हैं और अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 1.75 लाख हेक्टेयर में खड़ी फसल बर्बाद हो चुकी है। हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को गुरदासपुर दौरे पर जाएंगे और बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करेंगे।
पंजाब में बाढ़ की स्थिति
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पंजाब से बहने वाली नदियां—रावी, सतलुज और व्यास—उफान पर हैं। इस आपदा से अब तक 1900 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा असर गुरदासपुर जिले में पड़ा है, जहां 324 गांव बाढ़ की चपेट में आए हैं।
राहत और बचाव अभियान
राज्य सरकार और केंद्र की ओर से राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं। अब तक 19,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। विभिन्न जिलों में 5167 से ज्यादा राहत शिविर बनाए गए हैं। एनडीआरएफ, सेना, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन मिलकर बचाव कार्य चला रहे हैं।
फसलें तबाह, किसानों पर संकट
लगातार बारिश और बाढ़ के चलते प्रदेश में 2 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि प्रभावित हुई है। पंजाब, जो देश का प्रमुख कृषि राज्य माना जाता है, इस प्राकृतिक आपदा से भारी नुकसान झेल रहा है। सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक लगभग 1.48 लाख हेक्टेयर फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है।
प्रधानमंत्री मोदी 9 सितंबर को गुरदासपुर पहुंचकर बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। वे किसानों और स्थानीय लोगों से मुलाकात कर हालात की जानकारी लेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री पंजाब के लिए किसी विशेष राहत पैकेज की घोषणा कर सकते हैं।