प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में छात्रों को संबोधित किया। ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने छात्रों के कई सवालों का समाधान उनके समक्ष रखा, साथ ही कई महत्वपूर्ण सलाह भी उन्हें प्रदान की। पीएम ने कहा, ‘हमें केवल एग्जाम में पास होने के लिए नहीं पढ़ना चाहिए।’ इसके साथ ही पीएम मोदी ने बच्चों को कई ऐसे टिप्स दिए जो एग्जाम और जिंदगी दोनों के लिए मददगार हो सकते हैं। छात्रों का हौसला बढ़ाते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘एग्जाम को लेटर लिखकर कहें, हम परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। तुम क्या हमारी परीक्षा लोगे हम खुद तुम्हारी परीक्षा लेते हैं।’ जानिए इस कार्यक्रम की सात ख़ास बातें।
परीक्षा अवसर है
पीएम मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि परीक्षा को अवसर मानें समस्या नहीं। आप लोग ने कई परीक्षाएं दी हैं ऐसे में परीक्षा से किसी तरह की डरने की जरूरत नहीं है।
मन समस्या है
पीएम मोदी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन एग्जाम के सवाल पर कहा कि माध्यम कभी समस्या नहीं हो सकता है। समस्या है मन। अगर हम अपने मन को स्थिर कर लें तो कोई समस्या नहीं रहेगी।
कर्तव्यों का पालन करें
पीएम मोदी ने छात्रों को कहा कि हमें अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज समस्या ये है कि हम कर्तव्यों का पालन नहीं करते हैं, इसलिए अधिकार के लिए उसको लड़ना पड़ता है। हमारे देश में किसी को अपने अधिकारों के लिए लड़ना न पड़े ये हमारा कर्तव्य है।
विषय के मास्टर बनें
पीएम मोदी ने छात्रों से कहा- सिर्फ परीक्षा के लिए दिमाग खपाने की जगह खुद को योग्य बनाएं। पीएम मोदी ने कहा कि हमें शिक्षित व्यक्ति बनाने के लिए नहीं बल्कि जिस विषय को हम पढ़ रहे हैं उसका मास्टर बनने के लिए मेहनत करनी चाहिए।
कॉम्पिटिशन जीवन की सौगात है
पीएम मोदी ने कहा- कॉम्पिटिशन को हमें अपने जीवन की सबसे बड़ी सौगात मानना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर जीवन में किसी भी तरह का कॉम्पिटिशन ही नहीं है तो फिर जिंदगी कैसी है। छात्रों को पीएम मोदी ने बताया कि कॉम्पिटिशन जिंदगी को आगे बढ़ाने का एक सबसे अहम माध्यम है।
खुद का एग्जाम लें
पीएम मोदी ने कहा- एग्जाम की तैयारी अच्छी बात है लेकिन छात्रों को कभी-कभी खुद का भी एग्जाम लेना चाहिए। उन्हें अपनी तैयारियों पर मंथन करना चाहिए। रीप्ले करने की आदत बनाएं।
गुणों के पुजारी बनो
पीएम मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आपको जीवन में आनंद की अनुभूति करनी है तो अपने आप में एक क्वालिटी विकसित करिए। उन्होंने छात्रों से कहा कि गुणों के पुजारी बनो।