प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के दौरे पर हैं। अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उन्होंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम का स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई, जिसमें आर्थिक सहयोग, ऊर्जा सुरक्षा और पर्यटन जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।वार्ता के बाद मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने गंगा आरती में भाग लिया और बाबा विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए। मोदी ने कहा कि यह यात्रा भारत और मॉरीशस के रिश्तों को और मजबूत करने का अवसर है।
ऊर्जा और विकास पर साझेदारी
पीएम मोदी ने बताया कि भारत मॉरीशस के ऊर्जा परिवर्तन में साझेदार बना हुआ है। उन्होंने कहा मॉरीशस को 100 इलेक्ट्रिक बसें दी जा रही हैं, जिनमें से 10 पहले ही पहुंच चुकी हैं।टैमरिंड फॉल्स में 17.5 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट बनाने में भारत सहयोग करेगा। अब तक 5,000 से ज्यादा मॉरीशस नागरिकों को भारत में प्रशिक्षण मिल चुका है।मसूरी में 500 सिविल सेवकों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है।मॉरीशस में एक नया विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी निदेशालय और मिशन कर्मयोगी के प्रशिक्षण मॉड्यूल शुरू किए जाएंगे।
मोदी ने कहा कि भारत मॉरीशस के विकास में एक विश्वसनीय और प्राथमिक साझेदार है। दोनों देशों ने एक Special Economic Package पर सहमति बनाई है, जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में नए अवसर खुलेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष मॉरीशस में UPI और RuPay की शुरुआत हुई थी, अब लोकल करंसी में व्यापार की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
संस्कृति और आत्मिक जुड़ाव
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और मॉरीशस का रिश्ता सिर्फ़ साझेदारी का नहीं, बल्कि परिवार का है। उन्होंने कहा—
“हमारी संस्कृति और संस्कार सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुंचे और वहां की जीवन-धारा में समाहित हो गए। काशी में मां गंगा की तरह भारतीय संस्कृति का प्रवाह लगातार मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है। आज जब हम काशी में अपने मॉरीशस के मित्रों का स्वागत कर रहे हैं, तो यह केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि आत्मिक मिलन है। काशी में कार्यक्रमों के बाद प्रधानमंत्री मोदी उत्तराखंड रवाना होंगे, जहां वे बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।