लेह । लेह-लद्दाख जहाँ आमतौर पर अपनी सुंदर वादियों के लिए चर्चा में रहता है, आज राजनीतिक कारणों से सुर्खियों में है। लंबे समय से क्षेत्र को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग हो रही है। सुनवाई न होने से नाराज छात्रों ने आज उग्र प्रदर्शन किया, जिसे नियंत्रित करने के लिए CRPF को दखल देना पड़ा।यह प्रदर्शन स्थानीय नेता सोनम वांगचुक के समर्थन से चलाया जा रहा है। केंद्र सरकार के खिलाफ छात्रों द्वारा आयोजित इस आंदोलन के दौरान हालात अचानक बिगड़ गए और प्रदर्शनकारियों ने CRPF की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
छात्र बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे। उनका कहना है कि उनकी केवल एक मांग है लेह-लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प भी हुई, जिसके बाद पूरे इलाके में सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया। छात्रों ने बीजेपी कार्यालय के बाहर भी आगजनी की।छात्रों का गुस्सा साफ झलक रहा है। उनके उग्र रुख से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि अब आंदोलन हिंसक मोड़ ले चुका है।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में कई देशों में युवाओं द्वारा ऐसे प्रदर्शन हुए हैं। इनमें नेपाल का आंदोलन सबसे चर्चित रहा, जहाँ जनरेशन-ज़ी (Gen-Z) ने भ्रष्टाचार और बेईमान नेताओं के खिलाफ सड़कों पर उतरकर सरकार बदल दी। उस आंदोलन को अंतरराष्ट्रीय मीडिया कवरेज मिली, जिससे उसे और बल मिला। इसी तरह लद्दाख के छात्र भी प्रेरित होकर सड़कों पर आए हैं। हालांकि, इस तरह के हिंसक आंदोलनों को अक्सर नकारात्मक नजर से देखा जाता है।