आर्यन खान के क्रूज शिप ड्रग्स मामले में लगातार खुलासे होते जा रहे हैं। एक गवाह द्वारा रविवार को एक चौंकाने वाला खुलासा किया गया। इस खुलासे के बाद स्पष्ट रूप से मामले में गड़बड़ी के संकेत मिल रहे हैं।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के एक स्वतंत्र गवाह प्रभाकर राघोजी ने दावा किया कि ‘एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े और अन्य ने बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान से अपने बेटे आर्यन खान को रिहा करने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी।’ प्रभाकर ने एक वीडियो और एक नोटरीकृत हलफनामा जारी किया।
उसमें दावा किया गया कि ‘आर्यन खान की नजरबंदी के बाद, मैंने केपी गोसावी और सैम डिसूजा द्वारा लोअर परेल में शाहरुख खान के प्रबंधक को किए गए एक फोन कॉल को सुना, जिसने आर्यन खान को रिहा करने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की।’ सेल स्वतंत्र गवाहों में से एक केपी गोसावी के निजी अंगरक्षक भी हैं, जिनकी आर्यन खान के साथ सेल्फी वायरल हुई थी।
प्रभाकर ने हलफनामे में कहा,’कुल 18 करोड़ रुपये में से, 8 करोड़ रुपये नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े के लिए थे, जबकि शेष राशि उनके बीच साझा की जानी थी। यह मुलाकात लोअर परेल में हुई जहां शाहरुख खान के मैनेजर नीले रंग की मर्सिडीज में उनसे मिलने आए। लेकिन शाहरुख खान के मैनेजर की ओर से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली।’