इचलकरंजी। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद मुस्लिमीन (AIMIM) ने यशोलक्ष्मी मैदान में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज जलील, समीर बिल्डर, सिराज नदाफ, फारूक शाब्दी और सैफ पठान जैसे कई वरिष्ठ नेता मंच पर मौजूद रहे। कोल्हापुर जिला अध्यक्ष इम्रान सनदी ने अतिथियों का स्वागत किया। इचलकरंजी और आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग इस सभा में शामिल हुए।
प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज जलील ने कहा कि कोल्हापुर और इचलकरंजी में उनकी सभाओं को रोकने की कोशिशें की गईं, लेकिन AIMIM हर हाल में मुकाबला करेगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश में “आई लव मोहम्मद” बैनर विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि पैगंबर मोहम्मद का स्थान मुस्लिमों के दिलों में है, जिसे कोई मिटा नहीं सकता।
ओवैसी ने अपने संबोधन में समुदाय को संदेश दिया कि पैगंबर मोहम्मद से सच्चा प्रेम नमाज, रोजे और महिलाओं के सम्मान से झलकना चाहिए। उन्होंने पहलगाम हादसे में 26 भारतीयों की मौत का उल्लेख करते हुए भाजपा और आरएसएस पर सवाल उठाए। साथ ही प्रधानमंत्री से पूछा कि जब वे कहते हैं “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते,” तो भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच क्यों आयोजित किया गया।
हिंदुत्ववादी संगठनों पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने चुनौती दी- “मैं धर्म के लिए मरने को तैयार हूं, क्या तुम तैयार हो?”। उन्होंने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया और कहा कि चार बार सांसद और दो बार विधायक रहने के बावजूद उन्हें नोटिस थमाया गया, जबकि अन्य नेताओं को ऐसी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ता। इसे उन्होंने प्रशासन की कमजोरी बताया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि फतेहपुर में दरगाह पर हमला हुआ तो वे खामोश रहे, लेकिन बरेली में “आई लव मोहम्मद” पोस्टर लगते ही कार्रवाई कर दी। इसके साथ ही उन्होंने वक्फ कानून हटाने के फैसले की आलोचना की और साफ कहा कि मुस्लिम समुदाय अपनी मस्जिदें किसी कीमत पर नहीं छोड़ेगा। ओवैसी ने सभा के अंत में दोहराया-“अल्लाह सबसे बड़ी ताकत है, किसी से डरने की जरूरत नहीं।”