लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान को आखिरकार 23 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया। उनकी रिहाई के समय बड़ी संख्या में समर्थक जेल के बाहर मौजूद थे। आज़म ख़ान को कुल 72 मामलों में ज़मानत मिली है। सुबह 7 बजे रिहाई तय थी, लेकिन दो मामलों में जुर्माना न भरने की वजह से प्रक्रिया अटक गई। जैसे ही रामपुर कोर्ट खुली और जुर्माना जमा हुआ, उसकी सूचना फैक्स से सीतापुर जेल प्रशासन तक पहुंची, जिसके बाद उन्हें सुबह 10 बजे के करीब रिहा किया गया।
अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खान की रिहाई के मौके पर समाजवादी पार्टी बेहद खुश है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आजम खान पर लगाए गए मुकदमे फर्जी और राजनीतिक रूप से प्रेरित थे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर आजम खान के ऊपर से सभी फर्जी मुकदमे वापस लिए जाएंगे और उन्हें न्याय मिलेगा।
सपा मुखिया ने आगे कहा कि आजम खान लंबे समय से पार्टी के समर्पित नेता रहे हैं और उनकी राजनीतिक सेवाएं पार्टी और समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रही हैं। उन्होंने उच्चतम न्यायालय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अदालत के फैसले ने न्याय का मार्ग प्रशस्त किया है।अखिलेश यादव ने मीडिया से भी अपील की कि वे आजम खान की रिहाई को लेकर चल रही अटकलों और अफवाहों से बचें। उन्होंने कहा कि अब समय है न्याय को सम्मान देने का और पार्टी पूरी तरह से आजम खान के पक्ष में खड़ी है।
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने आजम खान के रिहा होने पर तंज कसते हुए नजर आए, उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक पोस्ट में लिखा – ‘मोहम्मद आजम खान चाहें सपा में रहें या बसपा में जाएं, सपा-बसपा दोनों की 2027 में हार का मातम तय है।