लखनऊ। 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उप्र से शेष दो प्रत्याशियों की भी घोषणा कर दी है। पार्टी ने पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, हैदराबाद निवासी डा. के. लक्ष्मण को उप्र से राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है।
दलित वर्ग को भी समायोजित करते हुए सपा छोड़कर भाजपा में आए शाहजहांपुर के पूर्व सांसद मिथलेश कुमार के नाम पर भी पार्टी ने मुहर लगाई है।
इससे पहले रविवार को राज्यसभा की रिक्त हो रही यूपी कोटे की 11 सीटों में से छह प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई थी। अब भाजपा ने कुल आठ प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। सभी प्रत्याशी आज 31 मई मंगलवार को अंतिम दिन नामांकन करेंगे।
राज्यसभा में उत्तर प्रदेश के कोटे की रिक्त हो रहीं 11 सीटों के लिए भाजपा ने आठ और सपा ने तीन प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा ने छह प्रत्याशी रविवार को घोषित कर दिए थे।
इनमें भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, गोरखपुर के पूर्व विधायक डा. राधामोहन दास अग्रवाल, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. दर्शना सिंह, राज्य पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम के अध्यक्ष बाबूराम निषाद और चौरी-चौरा की पूर्व विधायक संगीता यादव के अलावा वर्तमान में राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर थे।
पार्टी ने वर्तमान राज्यसभा सदस्य शिवप्रताप शुक्ला, जफर इस्लाम, जयप्रकाश निषाद और संजय सेठ को दोबारा मौका नहीं दिया है। इस तरह अब आठों प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं। मंगलवार को नामांकन का अंतिम दिन है। पार्टी के आठों प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने के लिए विधानभवन के सेंट्रल हाल में पहुंचेंगे। विधायकों के वोटों की संख्या के आधार पर भाजपा के आठ प्रत्याशियों की जीत तय है, जबकि सपा तीन सीटें जीत जाएगी।