मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की लंबे समय से चल रही मांग को लेकर आंदोलन तेज होता जा रहा है। इसी क्रम में मेरठ बार एसोसिएशन द्वारा आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस सभागार में प्रेस वार्ता आयोजित की गई।
बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के करीब 22 जिलों का क्षेत्राधिकार इलाहाबाद उच्च न्यायालय में आता है। यहां तक पहुंचने के लिए आम वादकारियों को 500 से 750 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। कई जिलों के लोग लखनऊ होकर इलाहाबाद पहुंचते हैं। इस कारण जनता को सस्ता और सुलभ न्याय नहीं मिल पा रहा है।
एडवोकेट नेताओं ने बताया कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय में लंबित वादों का 52 प्रतिशत केवल पश्चिमी यूपी से संबंधित है। इतनी बड़ी संख्या में वाद होने के बावजूद यहां हाईकोर्ट बेंच न होना न्याय की उपलब्धता पर सवाल खड़ा करता है।
हाईकोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति के आह्वान पर 20 सितंबर को मेरठ के बेगमपुल चौराहे पर सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक विशाल जनजागरण एवं प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें अधिवक्ताओं के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक, गैर-राजनीतिक संगठन और आमजन भी शामिल होंगे।
बार एसोसिएशन ने साफ कहा कि अब आंदोलन को और तेज किया जाएगा। सरकार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता की लंबे समय से चली आ रही इस मांग को गंभीरता से लेना होगा।