उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में चौथी कक्षा के एक बच्चे की तलाश उस समय नाटकीय अंदाज़ में खत्म हुई, जब पुलिस ने उसे अपहरण की आशंका के बीच अपने ही घर में गहरी नींद में सोते हुए पाया। यह कामयाबी एक खोजी कुत्ते की सूझबूझ से मिली।
ट्यूशन से बचने के लिए छिपा
10 साल का लक्ष्य प्रताप सिंह बुधवार शाम करीब 5 बजे खेलने के लिए घर से निकला था, लेकिन देर तक वापस न लौटने पर परिजनों को अपहरण का शक हुआ। दादा सदानंद सिंह ने चिलुआताल थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने लक्ष्य की तस्वीर सभी थानों और व्हाट्सऐप ग्रुपों में वायरल कराई और रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर तलाश शुरू की।बच्चे का कोई सुराग न मिलने पर एसपी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने श्वान दस्ते को बुलाया। सात साल का डॉबरमैन नस्ल का कुत्ता टोनी लक्ष्य की कमीज सूंघते ही ऊपर की मंजिल की ओर दौड़ा और एक बंद कमरे के बाहर भौंकने लगा। ताला तोड़कर पुलिस ने कमरे में झांका तो लक्ष्य गहरी नींद में सोता मिला।
होश में आने पर बच्चे ने पुलिस को बताया कि उसने ट्यूशन से बचने के लिए खुद को कमरे में छिपा लिया था क्योंकि उसका होमवर्क अधूरा था। लक्ष्य ने कहा, “मेरा इरादा था कि टीचर के जाने के बाद बाहर आ जाऊंगा, लेकिन नींद लग गई।एसपी श्रीवास्तव ने बताया कि अपहरण की आशंका में कई टीमें तैनात कर दी गई थीं, लेकिन टोनी की समझदारी से बच्चा सुरक्षित और जल्दी मिल गया। श्वान दस्ते के प्रभारी धनेश्वर चौहान ने भी टोनी की तत्परता को समय पर सफलता की कुंजी बताया।