रायबरेली। रायबरेली जिले के चर्चित हरिओम हत्याकांड में पुलिस को शुक्रवार को बड़ी कामयाबी मिली। ऊंचाहार के ईश्वर दासपुर रेलवे स्टेशन के पास हुई इस वारदात के मुख्य आरोपी दीपक अग्रहरि को पुलिस ने “ऑपरेशन लंगड़ा” के तहत मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया।
एक अक्टूबर को फतेहपुर निवासी दलित युवक हरिओम की निर्मम हत्या की गई थी। इस मामले में अब तक 12 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दीपक के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे डलमऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच के दौरान दीपक अग्रहरि को मामले का मुख्य साजिशकर्ता चिन्हित किया गया था। एसओजी की टीम उसकी तलाश में जुटी थी। शुक्रवार दोपहर पुलिस को सूचना मिली कि दीपक डलमऊ के गंगा कटरी क्षेत्र में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही ऊंचाहार और डलमऊ पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उसे घेर लिया।
इस दौरान दीपक ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। एक गोली दीपक के पैर में लगी और उसे मौके पर पकड़ लिया गया। पुलिस ने एक पिस्टल, जिंदा कारतूस और बाइक बरामद की है।
एसपी यशवीर सिंह का बयान
एसपी यशवीर सिंह ने बताया कि दीपक अग्रहरि पर पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इलाज के बाद उसे जेल भेजा जाएगा। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि हत्या में और कौन-कौन शामिल था और वारदात के पीछे की असल वजह क्या थी।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस ने बताया कि इससे पहले बुधवार रात दो आरोपी शिवम अग्रहरि और हेमंत कुमार को गिरफ्तार किया गया था। मंगलवार को शिव प्रसाद अग्रहरि, लल्ली पासी, आशीष पासी और सुरेश गुप्ता को जेल भेजा गया था। फिलहाल पुलिस की कई टीमें जनपद से लेकर अन्य राज्यों तक दबिशें दे रही हैं, ताकि फरार 10-15 आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।